आज, मां गंगा के पावन तट पर, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य जी के उद्बोधन ने मेरे मन को छू लिया। उन्होंने बड़े ही खूबसूरती से बताया कि कैसे गंगा माता सिर्फ एक नदी नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और विरासत का प्रतीक हैं।
स्वामी विवेकानंद जी के शब्दों को याद करते हुए, मंत्री जी ने कहा, “गंगा हमारे लिए नदी नहीं है, बल्कि हम गंगा को मां मानते हैं।” ये बात कितनी सच है!
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में, उत्तराखंड में गंगा सफाई का अभियान जन आंदोलन बन चुका है। हम सभी गंगा प्रहरी बनकर मां गंगा की सेवा में जुटे हैं।
मंत्री जी ने हमें बताया कि सरकार के प्रयासों से ऋषिकेश तक गंगा का जल अब आचमन योग्य और हरिद्वार तक स्नान योग्य हो गया है। ये हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
आज, मैं मंत्री जी के विश्वास से भर गया हूं कि हमारी सरकार मां गंगा की निर्मलता के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहेगी।