हरिद्वार। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम एवं मठ में सादगी एवं दिव्यता भव्यता के साथ क्रिसमस का त्यौहार मनाया गया।इस अवसर पर मदर मैरी की फोटो को फूलों की माला से सजाया गया और उपहार रखे गए। रामकृष्ण मिशन के संतों ने ईसा मसीह के मानवता और शांति के संदेशों को पढ़कर सुनाया। मिशन के सचिव स्वामी दयामूर्त्यानंद महाराज ने कहा कि ईसा मसीह मानवता और शांति के अग्रदूत थे। इस अवसर पर स्वामी उमेश्वरानंद मंजू महाराज,स्वामी जगदीश महाराज,स्वामी कमलाकांतानंद महाराज, स्वामी एकाश्रयानंद महाराज,डॉ.मधु शाह,पी कृष्ण मूर्ति,सुगंधा कृष्णमूर्ति,डॉ राधिका नागरथ,मिशन की नर्सिंग डायरेक्टर मिनी योहानन्न,गोकुल सिंह,सुधीर कुमार चौधरी,सुनील मुखर्जी आदि उपस्थित थे।
रामकृष्ण मिशन की 115वीं वार्षिक आम सभा बैठक संपन्न,
हरिद्वार। रामकृष्ण मठ एवं रामकृष्ण मिशन की वार्षिक आमसभा बैठक आयोजित की गई जिसमें मठ मिशन के महासचिव स्वामी सुवीरानंद ने वर्ष 2023-24 में संस्था के कार्यों पर रामकृष्ण मिशन की संचालन समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत की। रामकृष्ण सेवाश्रम कनखल हरिद्वार के सचिव स्वामी दयामूर्त्यानन्दसचिव ने बताया कि रामकृष्ण मिशन मठ के मुख्य कार्यालय बेलूर मठ में आयोजित इस बैठक में मिशन ने अपने 235 भारतीय शाखा केंद्रों और उप केंद्रों के माध्यम से जो सेवाएं दी हैं उनका ब्योरा दिया गया है।रिपोर्ट के अनुसार रामकृष्ण मिशन को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने समाजसेवा के क्षेत्र में मिशन के योगदान के लिए राज्यपाल उत्कृष्ट पुरस्कार प्रदान किया और अरुणाचल प्रदेश में मिशन द्वारा की गई सराहनीय सेवाओं के लिए अरुणाचल प्रदेश राज्य पुरस्कार मिला। गौरतलब है कि विवेकानंद विश्वविद्यालय के छात्रों ने राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय तिरुपति द्वारा आयोजित अखिल भारतीय संस्कृति छात्र प्रतियोगिता महोत्सव में एक स्वर्ण एक रजत और एक कांस्य पदक प्राप्त किया। स्वामी सुविरानंद ने रिपोर्ट के माध्यम से बताया कि नए शाखा केंद्रो के बारे में बताते हुए कहा कि हरियाणा के गुरुग्राम,पश्चिम बंगाल के कल्याणी,असम के खारुपेटिया,महाराष्ट्र के सकवार, तमिलनाडु के तिरुमुक्कूदुल और मध्य प्रदेश के उज्जैन में रामकृष्ण मिशन के 6नई शाखा केंद्र शुरू किए गए। रिपोर्ट के अनुसार रामकृष्ण मिशन ने अपने 235शाखा केंद्रो पर 1292.03करोड रुपए खर्च किए जिसमें राहत और पुनर्वास पर 8.56करोड़,जनकल्याण पर 29.07करोड़ ,चिकित्सा में 496.70करोड़,शिक्षा पर 712.89करोड़ और ग्रामीण विकास में 18.31करोड़,और साहित्य प्रकाशन में 26.50करोड़ खर्च किया गया। भारत के बाहर 24 देश में स्थित रामकृष्ण मठ एवं मिशन के 100 शाखा केंद्रों और उप केंद्रों के माध्यम से विभिन्न सेवा कार्य किए गए।
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