क्रेता सबूत देने में असफल, पुलिस ने झूठा मुकदमा माना,मलिक को क्लीन चिट
हरिद्वार के ज्वालापुर बाजार में बंद पड़े संगीता टॉकीज की संपत्ति को लेकर चल रहे विवाद में पुलिस ने टॉकीज के मालिक धर्मेंद्र चावला को क्लीन चिट दे दी है। धर्मेंद्र चावला पर एक उद्योगपति नितिन जैन ने संगीता टॉकीज की संपत्ति में साझेदारी के नाम पर एक करोड़ रुपए हड़पने और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने जांच में पाया कि ये आरोप गलत हैं और नितिन जैन ने धर्मेंद्र चावला पर दबाव बनाने के लिए झूठा मुकदमा दर्ज कराया था।
पूरा मामला
* धर्मेंद्र चावला के अनुसार, नितिन जैन ने उनसे संगीता टॉकीज की संपत्ति 3 करोड़ 70 लाख रुपए में खरीदने की इच्छा जताई थी।
* नितिन जैन ने एडवांस के तौर पर 10 लाख रुपए का चेक दिया था, जो बाउंस हो गया।
* इसके बाद नितिन जैन ने 41 लाख 50 हजार रुपए का अग्रिम भुगतान भी नहीं किया।
* नितिन जैन ने धर्मेंद्र चावला को पंकज त्यागी नाम के एक खरीदार से मिलवाया था, लेकिन पंकज त्यागी का भी एडवांस का 11 लाख रुपए का चेक बाउंस हो गया।
* धर्मेंद्र चावला के अनुसार, नितिन जैन ने ओपी आहुजा नाम के एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर 50 लाख रुपए नकद और कुल 1 करोड़ रुपए देने का वादा करके एक फर्जी समझौतानामा तैयार किया।
* नितिन जैन ने इसी फर्जी समझौतानामा के आधार पर धर्मेंद्र चावला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
* धर्मेंद्र चावला ने एसएसपी से नितिन जैन और फर्जी समझौतानामा तैयार करने वाले अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।
* ज्वालापुर पुलिस ने जांच में पाया कि नितिन जैन ने धर्मेंद्र चावला पर दबाव बनाने के लिए धोखाधड़ी, रुपए हड़पने, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था।
* नितिन जैन अपने आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं कर पाए।
* पुलिस ने नितिन जैन के मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लगाकर मुकदमा समाप्त कर दिया और धर्मेंद्र चावला को क्लीन चिट दे दी।